भगवान् हर समय आपके साथ रहते हैं!

एक बहुत अमीर व्यक्ति जिसका नाम जगननाथ था  । जगननाथ को घुमने -फिरने का बहुत शौंक था। एक बार उस ने घुमने के लिए एक नाव खरीदी। वो नाव लेकर समुंदर की सैर करने निकला। घूमते -घूमते जब वह समुंदर में काफी दूर तक चला गया अचानक बहुत तेज़ तूफ़ान आने लगा और उसकी नाव पानी में इधर -उधर जाने लगी और समुंदर में डूबने लगी लेकिन लाइफ जैकेट की मदद से वो समुंदर में कूद गया। काफी देर के बाद तूफ़ान बंद हो गया और जगननाथ तैरता -तैरता किसी तरह एक टापू पर पहुँच गया और टापू बिल्कुल वीरान पड़ा था , उसकी मदद के लिए बहां कोई नहीं था। टापू के चारों तरफ़ समुंदर ही समुंदर दिखाई दे रहा था। जगननाथ अपनी किस्मत को कोष रहा था और मन ही मन सोच रहा था हे भगवान ! मेने अपनी पूरी जिन्दगी किसी का कोई बुरा नहीं किया फिर भी मेरे साथ इतना बुरा क्यों हो रहा है....
लेकिन उस व्यक्ति ने अपना हौंसला नहीं तोडा अब भी उसे भगवान् पर पूरा विश्वास था। जगननाथ अब बहां पर ही पत्ते अदि खाकर दिन बिताने लगा और वो दिनभर यही सोच -सोच कर परेशान होने लगा के अब वो वहां से बच कर नहीं जा पाएगा । अब भगवान् पर उसका विश्वास ख़तम होने लगा था। उसे लगने लगा के इस दुनिया में भगवान् है ही नहीं....
उस टापू पर बहुत ठंड थी अब उसने किसी ना किसी तरह ठंड से बचने के लिए घास -पत्तों का एक झोपड़ा बना लिया। जगननाथ उस झोपड़े में ही अपना जीवन व्यतीत करने लगा अब उसे घास -पत्तों से ही अपना पेट भरना पड़ता था।
अचानक एक रात बहुत तेज बारिश होने लगी आसमानी बिजली जोर -जोर से कडक रही थी। आसमानी बिजली उसके झोपड़े पर आ गिरी और झोपड़े में आग लग गई आग की लपटें तेज़ी से फेल रही थी यह देखकर जगननाथ अब बिल्कुल टूट चूका था अब वह सोचने लगा के अब उसे कोई नहीं बचा सकता। जगननाथ भगवान को कोश्ने लगा। तुजमे दया नाम की कोई चीज़ नहीं है  वो बहुत निराश था और बहुत रो रहा था।
तबी अचानक ऐसा हुआ के एक नाव टापू के पास आई। नाव से उतरकर दो आदमी बाहर आये और बोले हम तुमे बचाने आये हैं दूर से इस वीरान टापू में झलता हुआ झोपड़ा देखा तो लगा के कोई वहां पर मुसीबत में हैं।
अगर तुम अपनी झोपडी नहीं जलाते तो हमें पता ही नहीं चलता के टापू पर कोई है।
जगननाथ बहुत खुश था उसकी आखों में आँसू टपक रहे थे उसने अपने दोनों हाथ जोड़े और और उपर की तरफ देख भगवान् से माफ़ी मांगी और बोला भगवान् जी मुझे नहीं पता था के मुझे बचाने के लिए झोपडी आप ने ही जलाई थी... दुःख में हो या सुख में हो भगवान् हर समय आपके साथ रहते हैं!

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